PM Kisan 21th Installment: देश के करोड़ों किसानों की आस की किरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना की 21वीं किस्त का इंतजार अब अपने अंतिम चरण में है। अगस्त में मिली 20वीं किस्त के बाद से ही किसान भाई अगली किस्त की तारीख को टकटकी लगाए देख रहे थे। अब नवंबर का महीना शुरू हो चुका है और सभी की बस एक ही सवाल है – “आखिर 21वीं किस्त कब आएगी?”
इस लेख में हम आपको न सिर्फ इस सवाल का जवाब देंगे, बल्कि योजना की अहम बारीकियों, आवेदन प्रक्रिया और जरूरी अपडेट्स से भी रूबरू कराएंगे।
एक नजर में: PM-Kisan योजना क्या है?
साल 2019 में शुरू हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना आज दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजनाओं में से एक बन चुकी है। इसका मकसद सीधा और सरल है: देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सहारा देना, ताकि उनकी फसल के लिए जरूरी चीजों का खर्चा आसानी से उठाया जा सके।
योजना के तहत हर साल ₹6000 की आर्थिक मदद दी जाती है, जो ₹2000 की तीन किस्तों में सीधे किसान के बैंक खाते में आती है। यह रकम कोई लोन नहीं, बल्कि बिना किसी ब्याज की सहायता है, जिसे वापस नहीं करना होता।
सबसे बड़ा सवाल: 21वीं किस्त कब आएगी?
पिछले कुछ सालों के ट्रेंड को देखें तो नवंबर का महीना 21वीं किस्त के लिए पूरी तरह फिट बैठता है। अधिकतर मीडिया रिपोर्ट्स और कृषि विशेषज्ञों का अनुमान है कि नवंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में केंद्र सरकार इस किस्त को जारी कर सकती है।
हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई तारीख घोषित नहीं की गई है। एक अच्छी खबर यह है कि जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के किसानों को इस किस्त का लाभ पहले ही मिल चुका है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 7 अक्टूबर को ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वहां के 8.55 लाख किसानों के खातों में ₹171 करोड़ की राशि ट्रांसफर कर दी थी। इससे साफ जाहिर है कि सरकार इस किस्त को जारी करने के लिए तैयार है।
क्या आप पात्र हैं? जानें योजना की पात्रता
हर किसान इस योजना का लाभ ले सकें, यह जरूरी नहीं। आइए जानते हैं कि योजना के लिए किन शर्तों को पूरा करना होता है:
जमीन का मालिकाना हक: परिवार में किसी एक सदस्य के नाम पर खेती की जमीन होनी चाहिए।
परिवार की आय: किसान का परिवार ‘आर्थिक रूप से कमजोर’ श्रेणी में आता हो।
नागरिकता: आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
वे लोग जो इस योजना के पात्र नहीं हैं:
संस्थानिक भू-धारक।
वर्तमान या पूर्व संसद/विधानसभा सदस्य, मंत्री, नगर निगम के मेयर।
केंद्र/राज्य सरकार के पेंशनर (जिनकी मासिक पेंशन ₹10,000 से अधिक है)।
आयकर दाता।
डॉक्टर, इंजीनियर, वकील जैसे पेशेवर।
कैसे चेक करें अपना स्टेटस? यह है आसान प्रक्रिया
अगर आप पहले से ही योजना में रजिस्टर्ड हैं, तो 21वीं किस्त आते ही आप नीचे दिए गए तरीकों से अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं:
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://pmkisan.gov.in
‘Beneficiaries Status’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
अपना आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर या मोबाइल नंबर डालें।
‘Get Data’ पर क्लिक करते ही आपके सामने आपका रजिस्ट्रेशन और किस्त का स्टेटस आ जाएगा।
अगर आप अभी तक योजना से नहीं जुड़े हैं, तो अपने गाँव के सामान्य सेवा केंद्र (CSC) या कृषि विभाग के अधिकारी से संपर्क कर नामांकन करा सकते हैं।
किस्त न आने पर क्या करें? यहां है हेल्पलाइन
कई बार e-KYC न होने, बैंक अकाउंट डिटेल गलत होने या लैंड रिकॉर्ड में अंतर की वजह से किस्त रुक जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो घबराएं नहीं। आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
PM-Kisan Helpline: 155261 / 011-24300606
ईमेल: pmkisan-ict@gov.in
इसके अलावा, आप अपने जिले के कृषि अधिकारी से सीधे बात करके अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
निष्कर्ष: किसानों के लिए एक सहारा
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि देश के अन्नदाताओं के प्रति सरकार की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का प्रतीक है। हालांकि किसानों की वास्तविक चुनौतियों के सामने ₹2000 की रकम एक छोटी सी रकम लग सकती है, लेकिन यह उनके लिए समय पर मिलने वाली एक अहम आर्थिक मदद जरूर है। खाद, बीज और दूसरी जरूरतों को पूरा करने में यह राशि काफी मददगार साबित होती है।
उम्मीद है, जल्द ही सरकार की ओर से आधिकारिक घोषणा होगी और किसान भाइयों के खातों में 21वीं किस्त की राशि पहुंच जाएगी। तब तक आधिकारिक वेबसाइट और विश्वसनीय स्रोतों से जुड़े रहें। किसानों की मेहनत और सरकार के इस प्रयास से देश की कृषि अवश्य ही और समृद्ध होगी।
